डॉ. बी.आर. अंबेडरकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सोनीपत में प्रतिष्ठित प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुए जस्टिस एस रवींद्र भट
Shahadat
27 Oct 2023 10:12 AM IST
सुप्रीम कोर्ट के जज, जस्टिस एस. रवींद्र भट 20 अक्टूबर को रिटायर्ड होने के बाद डॉ. बी.आर. अम्बेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सोनीपत में प्रतिष्ठित प्रोफेसर (Distinguished Professor) के रूप में अपनी नई भूमिका की शुरुआत की
यूनिवर्सिटी ने आधिकारिक प्रेस रिलीज में इस घटनाक्रम की घोषणा की।
यूनिवर्सिटी ने कहा,
"वाइस चांसलर प्रोफेसर अर्चना मिश्रा ने जस्टिस भट्ट की नियुक्ति के लिए उत्साह व्यक्त किया और एनएलयू सोनीपत को विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिए उद्योग और कानून फर्मों के साथ अनुसंधान केंद्र और सहयोग स्थापित करने की योजना की रूपरेखा तैयार की।"
यूनिवर्सिटी की प्रेस रिलीज में कहा गया,
"माननीय जज, जस्टिस श्रीपति रवींद्र भट को न्यायपालिका में उनके शानदार करियर ने उन्हें उच्च प्रतिष्ठा दिलाई है। अब वह अगली पीढ़ी के कानूनी विवेकों का पोषण करने के लिए अकादमिक क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। एक न्यायाधीश के रूप में उनका व्यापक कार्यकाल उन्हें अद्वितीय क्षमता, कानूनी प्रणाली, इसकी बारीकियों और कानून के व्यावहारिक अनुप्रयोगों की समझ से परिपूर्ण करता है।"
प्रेस नोट में जस्टिस भट्ट की नियुक्ति के निम्नलिखित फायदे बताए गए हैं:
1. विशेषज्ञ मार्गदर्शन: जस्टिस भट्ट की उपस्थिति स्टूडेंट को अनुभवी लॉ एक्सपर्ट से सीखने का अनूठा अवसर उपलब्ध करती है, कानूनी अवधारणाओं की उनकी समझ को बढ़ाती है और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण व्यावहारिक अंतर्दृष्टि का पोषण करती है।
2. वास्तविक दुनिया की अंतर्दृष्टि: अपने व्यापक अनुभव का लाभ उठाते हुए जस्टिस भट्ट वास्तविक दुनिया के मामले का अध्ययन प्रदान कर सकते हैं, सिद्धांत और अनुप्रयोग के बीच के अंतर को पाट सकते हैं, जो अच्छी तरह से विकसित कानूनी पेशेवरों को आकार देने में मौलिक है।
3. मेंटरशिप: स्टूडेंट को प्रतिष्ठित जज से मेंटरशिप प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त होता है, जब वे अपने कानूनी करियर को आगे बढ़ाते हैं तो उन्हें अमूल्य सलाह और दिशा-निर्देश से लाभ मिलता है, जो कि उनकी पेशेवर यात्रा शुरू करने के लिए अनिवार्य संपत्ति है।
4. नेटवर्किंग के अवसर: जस्टिस भट्ट की उपस्थिति स्टूडेंट के लिए कानूनी समुदाय के भीतर अमूल्य नेटवर्किंग के अवसर पैदा करती है। ये कनेक्शन संभावित रूप से इंटर्नशिप, क्लर्कशिप और भविष्य के रोजगार के अवसरों के द्वार खोल सकते हैं, जिससे उनकी वृद्धि और सफलता को बढ़ावा मिलेगा।
5. बढ़ी हुई प्रतिष्ठा: जस्टिस भट्ट जैसे प्रतिष्ठित न्यायविद के साथ जुड़ने से संस्थान की प्रतिष्ठा में उल्लेखनीय वृद्धि होती है, देश भर से स्टूडेंट एंड फैकल्टी आकर्षित होते हैं और प्रमुख कानूनी शिक्षा प्रदाता के रूप में इसकी स्थिति मजबूत होती है।
अकादमिक मामलों के डीन प्रोफेसर डॉ. आशुतोष ने कहा कि जटिल कानूनी मामलों को संभालने के वर्षों के माध्यम से जस्टिस भट की गहन अंतर्दृष्टि और बुद्धिमता निस्संदेह इस प्रतिष्ठित संस्थान में शैक्षणिक माहौल को समृद्ध करेगी।