ध्रुव राठी ने वीडियो में डाबर के 'Real' जूस का संदर्भ हटाने पर सहमति जताई: कलकत्ता हाईकोर्ट ने समझौते को मंजूरी दी
Shahadat
21 Jun 2024 11:10 AM IST
डाबर इंडिया लिमिटेड और यूट्यूबर ध्रुव राठी के बीच विवाद में हाल ही में हुए घटनाक्रम में राठी ने कलकत्ता हाईकोर्ट के समक्ष विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने का प्रस्ताव रखा। राठी ने विवादित वीडियो में डाबर के 'Real' जूस जैसी दिखने वाली पैकेजिंग को धुंधला करने या बदलने के लिए सहमति जताई।
कलकत्ता हाईकोर्ट के जज जस्टिस अरिंदम मुखर्जी के समक्ष विवाद राठी के वीडियो में अपने 'Real' जूस उत्पाद के संदर्भों से संबंधित डाबर इंडिया लिमिटेड के आरोपों पर केंद्रित था। 29 फरवरी, 2024 को सुनवाई के दौरान कार्यवाही ने नया मोड़ लिया, जब राठी ने विवादित वीडियो में डाबर के 'Real Juice' पैकेट जैसी दिखने वाली छवियों को धुंधला करने का प्रस्ताव रखा।
यह प्रस्ताव राठी द्वारा पिछली सुनवाई में रखे गए पहले के सुझाव को दर्शाता है। जवाब में डाबर इंडिया लिमिटेड ने 29 फरवरी, 2024 को पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें कई उपायों की रूपरेखा दी गई। इसमें 'पैकेटबंद जूस' को टाइप II मधुमेह से जोड़ने से परहेज करने का अनुरोध भी शामिल था। हालांकि, राठी पैक किए गए फलों के जूस के अन्य ब्रांडों पर टिप्पणी करने से परहेज करने के लिए सहमत नहीं हुए।
18 जून, 2024 के न्यायालय के आदेश के अनुसार, राठी ने विवादित वीडियो में डाबर के 'Real' जूस जैसी दिखने वाली पैकेजिंग को धुंधला करने या बदलने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को शुरू में 15 मार्च, 2024 को ईमेल के माध्यम से सूचित किया गया था। बाद में 19 मार्च, 2024 को डाबर इंडिया लिमिटेड द्वारा सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया गया।
यह समझौता तब और मजबूत हो गया जब राठी की कानूनी टीम ने 12 जून, 2024 को वीडियो का संशोधित संस्करण भेजा, जिसमें सहमत जेनेरिक पैकेजिंग को दिखाया गया। डाबर इंडिया लिमिटेड ने इन बदलावों पर सहमति जताई और वीडियो को डाबर के ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, लेबल, पैकेजिंग या 'रियल' ब्रांड से संबंधित विज्ञापनों के संदर्भ के बिना अपलोड, प्रकाशित या प्रसारित करने की अनुमति दी।
नतीजतन, कलकत्ता हाईकोर्ट ने डाबर इंडिया लिमिटेड और राठी के बीच हुए समझौते के अनुसार मामले और सभी संबंधित आवेदनों का निपटारा किया।
केस टाइटल: डाबर इंडिया लिमिटेड बनाम ध्रुव राठी और अन्य।