BREAKING | CLAT PG-2025 के नतीजों पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका, प्रोविजनल आंसर कुंजी में गड़बड़ी का आरोप
PG एडमिशन के लिए हाल ही में आयोजित कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) के लिए जारी प्रोविजनल आंसर कुंजी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की गई।
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज में LLM एडमिशन के लिए परीक्षा में शामिल हुए याचिकाकर्ताओं ने 1 दिसंबर को कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज द्वारा आयोजित CLAT 2025 परीक्षा के आयोजन में कई तरह की खामियों का आरोप लगाया।
उनका आरोप है कि 2 दिसंबर को जारी प्रोविजनल आंसर कुंजी में कई तरह की गड़बड़ियां हैं और 12 सवालों के गलत जवाब दिए गए।
याचिकाकर्ताओं का कहना है कि उम्मीदवारों को प्रोविजनल आंसर कुंजी पर आपत्ति जताने के लिए सिर्फ एक दिन का समय दिया गया और 3 दिसंबर को शाम 4 बजे ऑनलाइन पोर्टल बंद हो गया।
फाइनल आंसर कुंजी 9 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली है। परिणाम 10 दिसंबर को घोषित किए जाने हैं।
इस पृष्ठभूमि में याचिकाकर्ता CLAT 2025 के परिणामों के प्रकाशन और उस आधार पर प्रवेश के लिए काउंसलिंग पर रोक लगाने की मांग करते हैं। वे इस शर्त पर भी आपत्ति जताते हैं कि 12 उत्तरों पर आपत्ति उठाने के लिए उम्मीदवार को 12,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
याचिका में कहा गया कि परीक्षा शुल्क के रूप में 4,000 रुपये (केवल चार हजार रुपये) की अत्यधिक फीस वसूलने के बाद भी कंसोर्टियम ने प्रति आपत्ति 1,000 रुपये (केवल एक हजार रुपये) के भुगतान पर ही आपत्तियां स्वीकार कीं।
याचिका अनम खान और आयुष अग्रवाल द्वारा दायर की गई।