सुप्रीम कोर्ट में फुल फिजिकल हियरिंग शुरू होने के दिन चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और अन्य जजों ने अधिवक्ताओं का अभिवादन किया
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को यानी आज दो साल बाद फुल फिजिकल हियरिंग फिर से शुरू करने के अवसर पर एक स्वागत योग्य संकेत के रूप में भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमाना ने साथी न्यायाधीशों के साथ सुबह अधिवक्ताओं को बधाई देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के गलियारे का चक्कर लगाया।
मार्च, 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने COVID-19 महामारी की शुरुआत के साथ फुल वर्चुअल मोड से कार्य करना शुरू किया था। पिछले साल अक्टूबर में कोर्ट ने आंशिक रूप से फिजिकल हियरिंग शुरू की थी। सात अक्टूबर, 2021 की एसओपी के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया कि बुधवार और गुरुवार को गैर-विविध दिनों के रूप में सूचीबद्ध सभी मामलों को कोर्ट-रूम में काउंसलों / पक्षों की फिजिकल उपस्थिति में ही सुना जाएगा।
एसओपी के अनुसार, विविध दिनों (सोमवार और शुक्रवार) को सुनवाई वर्चुअल मोड के माध्यम से होगी। मंगलवार को गैर-विविध दिन के रूप में सूचीबद्ध सभी मामलों को भी फिजिकल मोड में सुना जाएगा। हालांकि, पक्षकारों के लिए एओआर द्वारा पूर्व आवेदन पर वीडियो / टेलीकांफ्रेंसिंग मोड के माध्यम से उपस्थिति की सुविधा होगी।
COVID-19 के ओमीक्रॉन वैरियंट की शुरुआत के कारण कोविड मामलों में वृद्धि देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सात जनवरी, 2022 से फिर से पूरी तरह वर्चुअल सुनवाई शुरू कर दी थी। कई न्यायाधीशों और कर्मचारियों के COVID-19 से संक्रमित होने के साथ न्यायाधीशों ने आवासीय से मामलों की सुनवाई शुरू कर दी। कोर्ट रूम केवल अत्यावश्यक मामलों को ही सुनवाई के लिए खोला गया।
मामलों की संख्या में कमी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सात फरवरी को 14 फरवरी से सप्ताह में दो दिन केवल फिजिकल सुनवाई पर लौटने का फैसला किया था। पिछले हफ्ते सीजेआई ने चार अप्रैल से फुल फिजिकल हियरिंग फिर से शुरू करने के निर्णय की घोषणा की। वकीलों के पास सोमवार और शुक्रवार को वर्चुअल अटेंडेंस का विकल्प होगा। इसके लिए संशोधित एसओपी जारी किया गया।