ज़मानत के एक सप्ताह बाद चिदंबरम पहली बार सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने पहुंचे, सिब्बल और सिंघवी के खिलाफ बहस की
पूर्व केंद्रीय मंत्री और INX मीडिया मामले में आरोपी पी चिदंबरम जमानत मिलने के एक सप्ताह के बाद सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए और मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में दो बडे़ केसों में बतौर वकील पेश हुए।
बुधवार को वो घरेलू हिंसा और तलाक के एक हाईप्रोफाइल मामले में एक ओर से पी चिदंबरम पेश हुए तो दूसरी ओर उनके ही सहयोगी और उनकी ज़मानत के लिए पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए। दोनोंं पक्ष एक दूसरे के खिलाफ बहस करते नज़र आए।
मुंबई के बिजनेसमैन जयदेव श्रॉफ और पूनम भगत में मामले में पी चिदंबरम ने जिरह की है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने शुरुआती दलीलों के बाद मामले की सुनवाई टाल दी।
इसके बाद चिदंबरम ने तमिलनाडु में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर डीएमके और कांग्रेस की याचिका पर कांग्रेस की ओर से बहस की। यहां उनका साथ डीएमके की ओर से सिंघवी ने दिया।
दरअसल चार दिसंबर को जस्टिस आर बानुमति, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस हृषिकेश रॉय की तीन जजों की बेंच ने आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग आरोपों के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज मामले में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम को जमानत दे दी थी और शाम को वो 106 दिन हिरासत में गुजारने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आ गए थे। सीबीआई केस में सुप्रीम कोर्ट से ही चिदंबरम को पहले जमानत मिल चुकी है।