'आर्यन खान प्रतिशोध का शिकार हो रहा है': शिवसेना नेता ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया; स्वत: संज्ञान लेने की मांग की

Update: 2021-10-19 09:51 GMT

शिवसेना के एक नेता ने सुप्रीम कोर्ट को एक पत्र याचिका दायर कर स्वत: संज्ञान लेने मांग की है। याचिका में आगे कहा कि बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ एनसीबी का मामला एक तरह का प्रतिशोध है।

शिवसेना नेता किशोर तिवारी द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि खान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के एक अधिकारी द्वारा प्रतिशोध का शिकार हो रहा है।

याचिकाकर्ता के अनुसार, एनसीबी अधिकारी पिछले कुछ वर्षों से दुर्भावनापूर्ण शैली, दृष्टिकोण और प्रतिशोध के साथ फिल्मी हस्तियों को निशाना बना रहे हैं।

याचिका में कहा गया है,

"मैं स्वत: संज्ञान लेने के लिए आपके सम्मान के विनम्र अनुरोध के साथ वर्तमान याचिका प्रस्तुत कर रहा हूं। एनडीपीएस अधिनियम के तहत एनसीबी स्थिति का दुरुपयोग कर रही है। इसके साथ ही एनडीपीएस अधिनियम के तहत आरोपी व्यक्ति के बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित करने की कोशिश किया जा रहा है और कानून के प्रावधानों का गलत अर्थ निकालकर गरीब, निर्दोष लोगों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।यह सबसे दर्दनाक है कि विशेष अदालत ने आश्चर्यजनक रूप से जमानत अर्जी के अंतिम निपटान को स्थगित कर दिया है और आरोपी को एक सबसे अलोकतांत्रिक और अवैध तरीका जेल में रखा गया है।"

तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट से एनसीबी अधिकारी के कृत्यों की न्यायिक जांच का आदेश देने का आग्रह किया, जो कथित तौर पर फिल्मी हस्तियों को निशाना बना रहे हैं। इसके साथ ही आर्यन खान के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए निर्देश देने की मांग की गई है।

याचिका में कहा गया है,

" मुंबई में एनसीबी अधिकारी के दुर्भावनापूर्ण, निरंकुश, शैली, दृष्टिकोण और गंदे प्रतिशोध के मामले पिछले दो वर्षों से चुनिंदा फिल्म सेलिब्रिटी और कुछ मॉडलों को लक्षित करना भी एक बड़ी चिंता का विषय है। एक तथ्य यह है कि मुंबई में अधिकारी की पत्नी भी मॉडल है और फिल्मी हस्तियों के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा वाली एक फिल्मी हस्ती जिनके खिलाफ उनके पति एनसीबी अधिकारी एनडीपीएस अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रहे हैं। उपरोक्त के आलोक में मैं आपसे अनुरोध करना कर रहा हूं कि एनसीबी अधिकारी की भूमिका का पता लगाने के लिए विशेष न्यायिक जांच की जाए, जिसकी पत्नी को प्रतियोगी फिल्म सेलिब्रिटी के खिलाफ मामले गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा जाता है।"

एनसीबी के खिलाफ महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों का उल्लेख करते हुए, तिवारी कहते हैं, "यह उचित समय है कि एनसीबी मुंबई और अखिल भारतीय को रैकेट और सच्चाई को उजागर करने के लिए एक सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश द्वारा जांच की जानी चाहिए"।

याचिका में कहा गया है कि कथित एनसीबी द्वारा की गई बरामदगी मामूली है।

आर्यन खान को एनसीबी ने 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया और तब से वह ड्रग्स-ऑन-क्रूज़ मामले में हिरासत में है।

आर्यन खान के पास के मादक द्रव्य की कोई बरामदगी नहीं हुई थी और उसके द्वारा उपभोग का कोई सबूत नहीं मिला था। एनसीबी ने आरोप लगाया है कि उसकी व्हाट्सएप चैट ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग डीलरों के साथ संबंध दिखाए हैं और उसकी जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि साजिश की जांच के लिए उसे हिरासत में रखने की आवश्यक है।

मुंबई की एक अदालत ने 14 अक्टूबर को आर्यन खान और दो अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर आदेश सुरक्षित रख लिया और आदेश बुधवार यानी 20 अक्टूबर को सुनाए जाने की संभावना है।

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