रेप के आरोप से खुद को निर्दोष साबित करने के लिए बुजुर्ग ने दिया नारको का प्रस्ताव, गिरफ्तारी पर रोक
LiveLaw News Network
2 Feb 2018 5:00 AM GMT
रेप केस में अपने बचाव में असामान्य कदम उठाते हुए एक वरिष्ठ नागरिक ने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए अपना नारको टेस्ट और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की गुजारिश की है। वरिष्ठ नागरिक पर उनकी कर्मचारी ने आठ साल तक रेप करने का आरोप लगाया है।
एक दिल्ली की अदालत ने 65 वर्षीय कारखाने के मालिक को गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है जब उन्होंने जज को बताया कि वो इस मामले में नारको और लाई डिटेक्टर टेस्ट कराना चाहते हैं और फिलहाल उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए।
अभियुक्त के वकील प्रदीप राणा ने अदालत से कहा कि उनका इस अपराध से कोई लेना देना नहीं है। बढती उम्र के बावजूदउन्होंने खुद के नारको टेस्ट से गुजरने की पेशकश की है और इस संबंध में एक लिखित प्रतिनिधित्व डीसीपी के पास लंबित है। पुलिस केगणतंत्र दिवस की तैयारी में व्यस्त होने के चलते उन्हें इस आवेदन पर कोई फैसला लेने से दस दिन पहले इंतजार करने को कहा गया है।
दरअसल 35 वर्ष की महिला ने इस मामले में आरोप लगाया है कि आरोपी ने उनके साथ आठ साल तक रेप किया था जबकि आरोपी दावा करते हैं कि ये विवाद वेतन का है।
अदालत द्वारापूछताछ किए जाने पर राज्य के अतिरिक्त लोक अभियोजक ने कहा कि पूछताछ के दौरान पीड़ितों के सहकर्मियों से भी पूछताछ की गई थी। उनके बयान को अदालत में पढ़ा गया और इनमें ऐसी कोई बात सामने नहीं आई।
"इन परिस्थितियों में आवेदक / अभियुक्त के रूप में लाई डिटेक्टर परीक्षण और नारको विश्लेषण से गुजरेंगे इसलिए 19 फरवरी2018 तक कोई गिरफ्तारी नहीं होगी," अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मुकेश कुमार ने आदेश दिया।