इलाहाबाद HC के जस्टिस सुधीर अग्रवाल ने 12 सालों में 1 लाख मामलों में फैसला दिया

LiveLaw News Network

8 Jan 2018 6:41 AM GMT

  • इलाहाबाद HC  के जस्टिस सुधीर अग्रवाल ने 12 सालों में 1 लाख मामलों में फैसला दिया

    इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस सुधीर अग्रवाल ने अक्तूबर 2005 में उनकी नियुक्ति के बाद से एक लाख मामलों का फैसला करके एक बडी उपलब्धि हासिल की है।

    जस्टिस अग्रवाल ने 5 अक्टूबर,1980 को एक वकील के रूप में नामांकन किया। जब वह कर मामलों को संभालने लगे तो धीरे धीरे वो सेवा में चले गए और हाईकोर्ट की शाखा में उन्हें भेज दिया गया।

    उन्होंने यू.पी.पावर कॉरपोरेशन, यूपी राजकीय निर्माण निगम और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लिए स्टैंडिंग काउंसिल के रूप में काम भी किया।

     इसके बाद, 2003 में, उन्हें उच्च पद पर अतिरिक्त एडवोकेट जनरल के रूप में नियुक्त किया गया और इसके बाद उन्हें जज बनाया गया। अपने कार्यकाल के दौरान जस्टिस अग्रवाल ने कई महत्वपूर्ण मामलों में फैसले दिए जिनमें सितंबर, 2010 में बाबरी के टाइटल का मुद्दा शामिल है।

    सरकार के अधिकारियों को अपने बच्चों को सरकार के प्राथमिक स्कूलों में भेजने की उनकी सलाह ने भी सबका आकर्षित किया था। उन्होंने पिछले साल जुलाई में भी सुर्खियां बटोरी थीं जब इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने उनके द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों के विरोध में हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखा था, जिसमें हड़ताल में शामिल बार के सदस्यों के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करने की इच्छा जताई थी।

     इस उतार चढ़ाव के बावजूद हाई कोर्ट के वकील अब इस महीने के अंत में जस्टिस अग्रवाल को अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए सम्मानित करने की योजना बना रहे हैं।

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