ब्लू व्हेल गेम को अात्महत्या के लिए उकसाने का मामला बतायाः केंद्र ने एडवाइजरी जारी की

LiveLaw News Network

21 Sep 2017 12:06 PM GMT

  • ब्लू व्हेल गेम को अात्महत्या के लिए उकसाने का मामला बतायाः केंद्र ने एडवाइजरी जारी की

    केंद्र सरकार ने ब्लू व्हेल गेम्स को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला माना है और इस मामले में एडवाइजरी जारी की है। सरकार ने तमाम पैरेंट्स से कहा है कि वह अपने बच्चों पर नजर रखें और देखें कि उसके अंदर कोई बदलाव तो नहीं है। उनसे ब्लू व्हेल गेम्स के बारे में बात करें न करें क्योंकि इससे उनके अंदर इस गेम्स को सर्च करने की इच्छा प्रबल होगी।

    मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। डाउनलोड के लिए ये उपलब्ध नहीं है लेकिन फिर भी ये गेम एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा विक्टिम तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए वाट्सएप, टेलिग्राम, विकर, साइलेंट सर्कल, ओएस टेल,चैप सेक्योर, सिगनल और शेयरआईटी आदि का इस्तेमाल हो रहा है।

    ब्लू व्हेल गेम आत्महत्या के  लिए उकसाने का मामला है। ये पाया गया है कि इसे कुछ गोपनीय ग्रुप द्वारा सोशल मीडिया पर डाला जा रहा है। जो भी क्रियेटर है वह अवसाद से पीड़ित लोगों को टारगेट कर रहा है कि वह ग्रुप को जॉइन करें। इसके लिए एडमिनिस्ट्रेटर 50 सवालों का टास्क देते हैं। ये सेक्टेड प्लेयर्स को ये टास्क देते हैं। इसके लिए 50 दिन का समय दिया जाता है। प्लेयर्स जो खेलना शुरू करते हैं वह फिर रुक नहीं सकते। उन्हें ब्लैक मेल किया जाता है और उन्हें गेम पूरा करने के लिए दबाव डाला जाता है। एडवाइजरी में ये तमाम जानकारी दी गई है।

    एडवाइजरी में कहा गया है कि पैरेंट्स अपने बच्चों पर इस बात का भी ध्यान रखें कि वह परिवार से अपने आप को अलग तो नहीं रख रहा है। उसने अपने शरीर आदि पर कोई निशान तो नहीं मारा हुआ है या कोई गहरे जख्म तो नहीं लगाए हैं।

    साथ ही सुझाव  दिया गया है कि बच्चों के ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखा जाए और देखा जाए कि वह क्या कर रहा है और उससे संवाद किया जाए। मद्रास हाई कोर्ट ने 12 सितंबर को चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि ब्लू व्हेल गेम तमाम गुप्त ग्रुप द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। कोर्ट ने कहहा कि एडमिनिस्ट्रेटर क्लोज संवाद कर रहे हैं। कानून लागू करने वाली एजेंसी अंधेरे में है। एडमिनिस्ट्रेटर ओटीटी सर्विस का इस्तेमाल कर रही है ताकि वह संवाद कर सके। पुलिस के पास कोई क्लू नहीं मिल रहा है। पुलिस न तो एडमिनिस्ट्रेटर का पता लगा पा रही है और न ही खिलाड़ी का। अदालत ने इस बात पर हैरानी जताई है कि इंडियन क्यूरेटर चुनौती देने हैं ताकि इंडियन विक्टिम की सहभागिता हो।

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