CJI बीआर गवई पर आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के चलते पंजाब पुलिस ने दर्ज कीं कई FIR
Amir Ahmad
9 Oct 2025 12:12 PM IST

सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बी.आर. गवई पर वकील द्वारा जूते फेंकने की घटना के बाद पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया पर CJI के खिलाफ़ आपत्तिजनक और जातिवादी टिप्पणियां पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ़ कई FIR दर्ज की हैं।
पंजाब पुलिस के अनुसार राज्य के कई जिलों में 100 से अधिक सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ़ शिकायतें प्राप्त हुईं, जिन्होंने चीफ जस्टिस के खिलाफ़ जातिवादी और घृणित सामग्री पोस्ट की थी।
पंजाब पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पोस्ट की सामग्री में हिंसा भड़काने और संवैधानिक पद के प्रति सम्मान को कम करने के उद्देश्य से पोस्ट, अनुसूचित जाति (SC) के सदस्य को जानबूझकर डराने और अपमानित करने का प्रयास, SC श्रेणी के सदस्य के खिलाफ़ दुश्मनी, नफरत और दुर्भावना को बढ़ावा देने का प्रयास, जाति के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान तथा सार्वजनिक शरारत की ओर ले जाने वाले बयान शामिल हैं।
यह असामान्य घटना सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुबह के सत्र के दौरान हुई, जब एक व्यक्ति ने CJI बी.आर. गवई पर एक वस्तु फेंकने का प्रयास किया। नारा लगाते हुए सुनाई दिए व्यक्ति को सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कोर्टरूम से बाहर निकाल दिया। इस घटना के कारण कार्यवाही कुछ मिनटों के लिए बाधित हुई, जिसके बाद सत्र फिर से शुरू हुआ।
वकीलों के अनुसार उस व्यक्ति को कोर्टरूम से हटाए जाते समय वह चिल्ला रहा था- सनातन धर्म का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।
कुछ गवाहों ने दावा किया कि उसने जूता फेंकने की कोशिश की जबकि अन्य ने कहा कि वह कागज का एक रोल फेंक रहा था। रिपोर्ट के अनुसार वह व्यक्ति वकील के रोब में था।
परेशानी के बावजूद चीफ जस्टिस गवई शांत रहे और दिन की कार्यवाही जारी रखी।
उन्होंने अगले वकील से दलीलें शुरू करने को कहते हुए टिप्पणी की,
"विचलित मत होइए। हम इससे विचलित नहीं हो रहे हैं।"
बाद में पता चला कि हमलावर 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर है, जो कथित तौर पर खजुराहो के एक जीर्ण-शीर्ण भगवान विष्णु मंदिर को बहाल करने की मांग वाली याचिका खारिज करते समय CJI गवई द्वारा की गई टिप्पणियों से नाखुश था।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस वकील को निलंबित कर दिया। दिल्ली पुलिस ने वकील को रिहा कर दिया, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने उसके खिलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पुलिस ने उसके पास से एक सफेद कागज का नोट बरामद किया, जिसमें लिखा था-
"मेरा संदेश हर सनातनी के लिए है। सनातन धर्म का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।"

