जानवरों और सार्वजनिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाने के लिए Mischief : धारा 325 और 326 भारतीय न्याय संहिता 2023

Himanshu Mishra

16 Dec 2024 5:48 PM IST

  • जानवरों और सार्वजनिक संसाधनों को नुकसान पहुंचाने के लिए Mischief : धारा 325 और 326 भारतीय न्याय संहिता 2023

    भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 325 और 326 उन शरारती कृत्यों (Mischief Acts) से संबंधित हैं जो जानवरों, सार्वजनिक संसाधनों या बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं।

    इन प्रावधानों में जानबूझकर किए गए नुकसान और इसके परिणामस्वरूप मिलने वाली सजा का विवरण दिया गया है। इन धाराओं के तहत अपराध की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग दंड निर्धारित किए गए हैं। इस लेख में इन धाराओं को सरल भाषा में समझाया गया है, साथ ही प्रत्येक उपधारा के उदाहरण भी दिए गए हैं।

    धारा 325: जानवरों को नुकसान पहुंचाने की Mischief (Mischief by Harming Animals)

    धारा 325 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी जानवर को मारता है, जहर देता है, घायल करता है, या उसे अनुपयोगी (Useless) बना देता है, तो उसे पांच साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों की सजा दी जा सकती है।

    उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति किसी किसान की गाय को जहर देकर मार देता है, जिससे किसान को आर्थिक नुकसान होता है, तो यह धारा 325 के तहत अपराध माना जाएगा। इसी तरह, अगर कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को चोट पहुंचाकर उसे लाचार कर देता है, तो यह भी इसी श्रेणी में आएगा।

    धारा 326: सार्वजनिक संसाधनों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने की Mischief (Mischief Affecting Public Resources and Infrastructure)

    (a) पानी की आपूर्ति में कमी (Diminishing Water Supply)

    अगर कोई व्यक्ति ऐसा काम करता है जिससे कृषि, पीने, सफाई, या किसी उद्योग के लिए पानी की आपूर्ति कम हो जाती है, तो उसे पांच साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।

    उदाहरण: यदि कोई नहर (Canal) का पानी जानबूझकर दूसरी दिशा में मोड़ देता है, जिससे किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलता, तो यह अपराध माना जाएगा। इसी तरह, अगर कोई गांव के पानी के स्रोत को प्रदूषित करता है, तो यह भी इसी उपधारा के तहत आएगा।

    (b) सार्वजनिक सड़कें या नेविगेशन (Navigation) को बाधित करना

    यदि कोई कृत्य किसी सार्वजनिक सड़क, पुल, नदी, या जलमार्ग को चलने योग्य (Passable) नहीं रहने देता या कम सुरक्षित बना देता है, तो इसे पांच साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों के साथ दंडित किया जा सकता है।

    उदाहरण: किसी व्यस्त हाईवे पर जानबूझकर मलबा डालकर रास्ता बंद कर देना या मालवाहक नौकाओं (Cargo Boats) के लिए नदी में अवरोध उत्पन्न करना, इस श्रेणी का अपराध है।

    (c) बाढ़ या सार्वजनिक जल निकासी में बाधा (Flooding or Blocking Public Drainage)

    अगर किसी कृत्य से बाढ़ आती है या सार्वजनिक जल निकासी (Drainage) प्रणाली बाधित होती है, और इससे नुकसान होता है, तो पांच साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

    उदाहरण: किसी निर्माण कंपनी द्वारा बिना अनुमति प्राकृतिक जल निकासी को अवरुद्ध करना, जिससे भारी बारिश के दौरान जलभराव (Waterlogging) हो जाए और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचे, इस उपधारा के तहत अपराध होगा।

    (d) नेविगेशन सिग्नल को नुकसान पहुंचाना (Destroying Navigation Signals)

    अगर कोई नेविगेशन संकेत (Navigation Signal) जैसे रेल, विमान, या जहाज के संकेतों को नष्ट करता है या उन्हें कम उपयोगी बनाता है, तो उसे सात साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।

    उदाहरण: रेलवे सिग्नल को हटाना या लाइटहाउस (Lighthouse) की लाइट को जानबूझकर खराब करना, जिससे हादसे होने की संभावना बढ़े, इस उपधारा के तहत आता है।

    (e) सार्वजनिक सीमा चिह्न (Landmarks) को नष्ट करना

    अगर कोई सार्वजनिक अधिकारी द्वारा लगाए गए सीमा चिह्न (Landmark) को हटाता है या कम उपयोगी बनाता है, तो उसे एक साल तक की कैद, जुर्माना या दोनों की सजा दी जा सकती है।

    उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति विवाद के चलते भूमि सीमा पत्थर (Boundary Stone) को हटा देता है या बदल देता है, जिससे विवाद पैदा होता है, तो यह अपराध माना जाएगा।

    (f) आग या विस्फोटक पदार्थों (Explosives) से संपत्ति को नुकसान पहुंचाना

    अगर कोई व्यक्ति आग या विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल करके संपत्ति या कृषि उत्पाद को नुकसान पहुंचाता है, तो उसे सात साल तक की कैद और जुर्माने की सजा हो सकती है।

    उदाहरण: एक व्यक्ति किसी किसान के खेत में खड़ी फसल को जलाकर उसकी फसल को नष्ट कर देता है। यह कृत्य इस उपधारा के तहत गंभीर अपराध होगा।

    (g) पूजा स्थल या अन्य महत्वपूर्ण भवन को नष्ट करना (Destroying Key Buildings)

    अगर आग या विस्फोटक पदार्थों का इस्तेमाल किसी भवन को नष्ट करने के लिए किया जाता है, जैसे पूजा स्थल (Place of Worship), घर, या संपत्ति रखने का स्थान, तो अपराधी को आजीवन कारावास (Life Imprisonment) या दस साल तक की कैद और जुर्माने की सजा हो सकती है।

    उदाहरण: कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी मंदिर, घर या गोदाम को आग लगा देता है, जिससे वह पूरी तरह नष्ट हो जाए। यह अपराध सबसे गंभीर श्रेणी में आता है।

    धारा 325 और 326, भारतीय न्याय संहिता 2023, Mischief से जुड़े गंभीर अपराधों को परिभाषित करती हैं। ये प्रावधान जानवरों, सार्वजनिक संसाधनों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

    अपराध की गंभीरता और इसके परिणामों के आधार पर सजा का निर्धारण किया गया है। इन कानूनों का उद्देश्य नागरिकों को उनकी जिम्मेदारियों और सीमाओं का एहसास कराना है ताकि सार्वजनिक हित और संसाधनों की रक्षा हो सके।

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