व्यक्तिगत संपत्ति चिह्न की नकल: भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 347

Himanshu Mishra

11 Jan 2025 10:39 PM IST

  • व्यक्तिगत संपत्ति चिह्न की नकल: भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 347

    भारतीय न्याय संहिता, 2023 (Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023) में संपत्ति चिह्न (Property Marks) की सुरक्षा और उनके दुरुपयोग के खिलाफ सख्त प्रावधान दिए गए हैं। जहां धारा 345 और 346 संपत्ति चिह्न के महत्व और उनके साथ छेड़छाड़ (Tampering) से संबंधित हैं, वहीं धारा 347 इन चिह्नों की नक़ल (Counterfeiting) को अपराध मानती है।

    इस लेख में धारा 347 का विस्तार से विश्लेषण किया गया है, इसके उद्देश्य, कानूनी प्रभाव और उदाहरणों के साथ। साथ ही, इसे पूर्व की धाराओं से जोड़ते हुए विषय को सरल और स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

    धारा 347: संपत्ति चिह्न की नक़ल (Counterfeiting Property Marks)

    धारा 347 के तहत, संपत्ति चिह्न की नक़ल को अपराध माना गया है।

    इसके तहत दो प्रमुख प्रकार के नकली चिह्नों को दंडित किया जाता है:

    1. किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उपयोग किए जा रहे संपत्ति चिह्न की नक़ल।

    2. किसी लोक सेवक (Public Servant) द्वारा उपयोग किए जा रहे संपत्ति चिह्न की नक़ल।

    नक़ल का अर्थ (What is Counterfeiting?)

    नक़ल का मतलब है किसी संपत्ति चिह्न की ऐसी प्रतिकृति (Replica) बनाना जो असली चिह्न के समान दिखती हो और लोगों को धोखा देने के लिए उपयोग की जाती हो। यह एक धोखाधड़ी (Fraud) है, जिसका उद्देश्य गलत लाभ (Unlawful Gain) प्राप्त करना है।

    व्यक्तिगत संपत्ति चिह्न की नक़ल (Counterfeiting Property Marks Used by Private Individuals)

    धारा 347(1) के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य के उपयोग किए गए संपत्ति चिह्न की नक़ल करता है, तो उसे दंडित किया जाएगा। इस अपराध के लिए अधिकतम दो साल की सजा, जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।

    यह प्रावधान धारा 345 से जुड़ा है, जो संपत्ति चिह्न की परिभाषा और उनके वैध उपयोग को समझाता है। जबकि धारा 345 झूठे संपत्ति चिह्न (False Property Marks) के उपयोग को दंडित करती है, धारा 347 नक़ल के कार्य को सीधे अपराध मानती है।

    उदाहरण (Illustration)

    मान लीजिए एक हस्तनिर्मित गहनों (Handmade Jewelry) का व्यवसाय अपने उत्पादों की पहचान के लिए एक खास निशान (Mark) का उपयोग करता है। एक प्रतियोगी उस निशान की नक़ल कर नकली और घटिया गहने बेचने लगता है ताकि ग्राहक को धोखा दिया जा सके। यह कार्य धारा 347(1) के अंतर्गत अपराध माना जाएगा।

    लोक सेवकों के संपत्ति चिह्न की नक़ल (Counterfeiting Property Marks Used by Public Servants)

    धारा 347(2) में ऐसे संपत्ति चिह्न की नक़ल को अपराध बताया गया है, जो लोक सेवकों द्वारा किसी विशेष उद्देश्य से उपयोग किए जाते हैं। यह नक़ल अधिक गंभीर अपराध माना जाता है क्योंकि यह न केवल वाणिज्य (Commerce) बल्कि शासन (Governance) और सार्वजनिक विश्वास (Public Trust) को भी नुकसान पहुंचाता है।

    इस अपराध के लिए अधिकतम तीन साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।

    लोक सेवकों द्वारा उपयोग किए गए संपत्ति चिह्न का उद्देश्य (Purpose of Property Marks by Public Servants)

    लोक सेवक कई उद्देश्यों के लिए संपत्ति चिह्न का उपयोग करते हैं, जैसे:

    1. यह प्रमाणित (Certify) करना कि कोई वस्तु किसी खास व्यक्ति या समय/स्थान पर निर्मित (Manufactured) हुई है।

    2. यह सुनिश्चित करना कि कोई वस्तु विशेष गुणवत्ता (Quality) की है।

    3. यह संकेत देना कि कोई वस्तु सरकारी कार्यालयों से होकर गुज़री है।

    4. कर छूट (Tax Exemption) या अन्य विशेषाधिकारों का प्रमाण।

    उदाहरण (Illustration)

    मान लीजिए एक सरकारी एजेंसी कृषि उत्पादों (Agricultural Produce) पर एक चिह्न लगाती है जो यह दर्शाता है कि उत्पाद जैविक (Organic) और सुरक्षित है। एक धोखेबाज़ व्यापारी नकली उत्पादों पर उस चिह्न की नक़ल कर उन्हें अधिक कीमत पर बेचने लगता है। यह कार्य धारा 347(2) के तहत दंडनीय है।

    आधुनिक वाणिज्य में धारा 347 का महत्व (Importance of Section 347 in Modern Commerce)

    धारा 347 संपत्ति चिह्न की सुरक्षा सुनिश्चित कर व्यापारिक प्रक्रियाओं (Commercial Practices) में पारदर्शिता (Transparency) और विश्वास (Trust) बनाए रखती है।

    यह प्रावधान धारा 345 और 346 के साथ मिलकर संपत्ति चिह्नों के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक मजबूत कानूनी ढांचा (Legal Framework) तैयार करता है:

    1. धारा 345 संपत्ति चिह्न के वैध उपयोग को सुनिश्चित करती है।

    2. धारा 346 संपत्ति चिह्न से छेड़छाड़ को दंडित करती है।

    3. धारा 347 नक़ल के कार्य को रोकने के लिए कठोर दंड प्रदान करती है।

    सार्वजनिक संपत्ति चिह्न की नक़ल के व्यापक प्रभाव (Broader Implications of Counterfeiting Public Property Marks)

    लोक सेवकों के चिह्न की नक़ल का प्रभाव वाणिज्य से आगे जाकर सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health), सुरक्षा (Security), और राजस्व (Revenue) पर भी पड़ता है।

    उदाहरण (Examples)

    1. कर चोरी (Tax Evasion): नकली कर छूट वाले चिह्न से सरकार को भारी राजस्व नुकसान हो सकता है।

    2. स्वास्थ्य जोखिम (Health Risks): नकली चिह्न के माध्यम से नकली दवाओं (Medicines) या खाद्य पदार्थों (Food Products) की बिक्री जनता के स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकती है।

    3. राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security): रक्षा उपकरणों (Defense Equipment) पर नकली चिह्न से राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर नुकसान हो सकता है।

    सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता (Need for Strict Enforcement)

    धारा 347 के तहत कड़े दंड यह सुनिश्चित करते हैं कि नक़ल जैसे अपराधों को गंभीरता से लिया जाए।

    इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए:

    1. जागरूकता (Awareness): व्यापारियों और आम जनता को नक़ल के परिणामों के बारे में जागरूक करना होगा।

    2. तकनीक (Technology): ब्लॉकचेन (Blockchain), होलोग्राम (Holograms) और अन्य उन्नत तकनीकों का उपयोग नक़ल को कठिन बना सकता है।

    3. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग (International Cooperation): वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) में नक़ल अक्सर सीमाओं के पार होता है, जिससे इसे रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है।

    धारा 347 संपत्ति चिह्नों की सुरक्षा और उनके उपयोग को लेकर भारतीय न्याय संहिता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रावधान व्यक्तिगत और सार्वजनिक संपत्ति चिह्नों की नक़ल को रोकने में मदद करता है।

    साथ ही, यह वाणिज्य, शासन, और जनता की भलाई (Welfare) को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। धारा 347 के साथ धारा 345 और 346 का तालमेल एक ऐसा कानूनी ढांचा तैयार करता है, जो संपत्ति चिह्नों से जुड़े सभी प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाता है।

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