सर्च इंजन/ऐप स्टोर पर प्रतिस्पर्धी के ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करके किसी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए की-वर्ड का इस्तेमाल ट्रेडमार्क के मालिक के अधिकारों का उल्लंघन है: दिल्ली हाईकोर्ट

Brij Nandan

30 May 2022 1:08 PM IST

  • दिल्ली हाईकोर्ट

    दिल्ली हाईकोर्ट

    दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने कहा कि प्रतिस्पर्धी के ट्रेडमार्क का उपयोग करके किसी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए की-वर्ड का इस्तेमाल ट्रेडमार्क के मालिक के अधिकारों का उल्लंघन होगा।

    जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने देखा कि ऐप स्टोर सर्च पर की-वर्ड के रूप में इस्तेमाल किए जाने के विपरीत सर्च इंजन पर एक की-वर्ड के रूप में ट्रेडमार्क के उपयोग में कोई अंतर नहीं होगा।

    कोर्ट ने कहा,

    "जब तक किसी प्रतियोगी के ट्रेडमार्क का उपयोग करके किसी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कीवर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है, तब तक यह ट्रेडमार्क मालिक के अधिकारों का उल्लंघन होगा।"

    कोर्ट हेड डिजिटल डिजिटल वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दायर एक मुकदमे से निपट रहा था। लिमिटेड स्थायी निषेधाज्ञा की मांग कर रहा है। वादी कौशल के खेल से संबंधित सॉफ्टवेयर डिजाइन और विकसित करने, एक ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट और इंटरनेट के माध्यम से एक मोबाइल एप्लिकेशन को डिजाइनिंग करने और डेवलपिंग व्यवसाय में लगा हुआ है। वादी अपनी वेबसाइट www.a23.com और अपने मोबाइल एप्लिकेशन 'A23' के माध्यम से उक्त सेवाएं प्रदान कर रहा है।

    वादी द्वारा अपने मार्क 'ऐस2थ्री' और 'ए23' की रक्षा के लिए मुकदमा दायर किया गया था, जो विभिन्न वर्गों के तहत ट्रेडमार्क के रूप में पंजीकृत है। उक्त मार्क क्रमशः 2006 और 2020 से वादी के पंजीकृत ट्रेडमार्क है। वादी के मार्क वादी द्वारा संचालित और नियंत्रित ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म से संबंधित हैं और कहा गया है कि यह भारत के पहले ऑनलाइन रमी प्लेटफॉर्म का प्रतिनिधित्व करता है।

    प्रतिवादी, टिक्टोक स्किल गेम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एप्पल एप्लीकेशन स्टोर पर 'ए23' और 'ऐस2थ्री' को 'कीवर्ड्स' के रूप में इस्तेमाल करने से वादी व्यथित है। वादी का यह मामला है कि फरवरी, 2022 में वादी को पता चला कि प्रतिवादी ऐप स्टोर पर वादी के मार्क को 'कीवर्ड' के रूप में उपयोग कर रहा है।

    वादी द्वारा यह प्रस्तुत किया गया कि जब कोई यूजर ऐप स्टोर पर 'ए23' या 'ऐस2थ्री' की सर्च करता है तो सर्च रिजल्ट के विज्ञापन अनुभाग में पहला परिणाम प्रतिवादी के ऐप 'विनजो गेम्स' का होता है।

    यह भी तर्क दिया गया कि प्रतिवादी द्वारा वादी द्वारा मेटा टैग या टाइटल टैग के रूप में 'WinZO', 'WinZO Games' मार्क्स के इस्तेमाल के संबंध में वादी के विरुद्ध एक मामला पहले ही दायर किया जा चुका है।

    यह तर्क दिया गया कि उक्त मामले में, कोर्ट ने वादी को अपनी वेबसाइट और वेब विज्ञापनों पर 'WinZO'/'WinZO Games' या इसके रूपों के मार्क या नाम का उपयोग करने से रोकने के लिए एक निषेधाज्ञा प्रदान की थी।

    अदालत ने देखा,

    "पक्षों के बीच मुकदमेबाजी के इतिहास के साथ-साथ MakeMyTrip (सुप्रा) में आदेश को ध्यान में रखते हुए, प्रतिवादी द्वारा किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 'एडवर्ड' या 'कीवर्ड' के रूप में वादी के मार्क का अदृश्य उपयोग वादी के अधिकारों का उल्लंघन होगा। "

    शुरुआत में, प्रतिवादी ने कहा कि वह उपयोग नहीं कर रहा था और उक्त मार्क्स को 'adword' या 'कीवर्ड' के रूप में उपयोग करने का इरादा नहीं था।

    तदनुसार, यह निर्देश दिया गया कि प्रतिवादी उक्त स्टैंड का पालन करेगा और किसी भी ऑनलाइन सर्च इंजन या एपल एप्लिकेशन स्टोर आदि सहित एप्लिकेशन-आधारित सर्च प्लेटफॉर्म पर 'ए23' और 'ऐस2थ्री' या उसके किसी अन्य वेरिएंट/फॉर्मेटिव मार्क का इस्तेमाल ऐडवर्ड, कीवर्ड, मेटा टैग या डोमेन नाम के साथ या उसके बिना नहीं करेगा।

    चूंकि पक्ष विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान चाहते थे, इसलिए मामले को कोर्ट द्वारा मध्यस्थता के लिए संदर्भित किया गया।

    अब मामले की सुनवाई 22 अगस्त को होगी।

    केस टाइटल: हेड डिजिटल वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड बनाम टिक्टोक स्किल गेम्स प्राइवेट लिमिटेड

    साइटेशन: 2022 लाइव लॉ (दिल्ली) 515

    आदेश पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें:




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