लखनऊ कोर्ट ने एक वकील को नकली एप्पल एयरपॉड्स बेचने के आरोप में फ्लिपकार्ट के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया

Brij Nandan

12 Oct 2022 2:56 AM GMT

  • फ्लिपकार्ड

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    लखनऊ की अदालत ने फ्लिपकार्ट के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट ने शहर के एक वकील की शिकायत को स्वीकार किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्हें ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट द्वारा नकली एप्पल एयरपॉड्स बेचे गए हैं।

    मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि कुमार गुप्ता ने यह आदेश वकील अभिमन्यु सिंह द्वारा दायर एक शिकायत पर पारित किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ऑनलाइन शॉपिंग साइट फ्लिपकार्ट ने उन्हें अगस्त के महीने में 17,489 रुपये की राशि का एक नकली एप्पल एयरपॉड्स प्रो (ब्लूटूथ हेडसेट) बेचा था।

    सिंह का मामला है कि 10 अगस्त 2022 को उन्होंने फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर आकर्षक विज्ञापन देखकर एप्पल ब्लूटूथ हेडसेट का ऑर्डर दिया था। इसके एवज में उसने ₹17,489 का ऑनलाइन भुगतान किया। इसके बाद, 12 अगस्त को फ्लिपकार्ट के डिलीवरी पार्टनर द्वारा उन्हें प्रोडक्ट डिलीवर किया गया।

    हालांकि, प्रोडक्ट की पैकेजिंग और उसमें लिखे विवरण के कारण उन्हें संदेह हुआ, इसलिए उन्होंने एप्पल के अधिकृत सेवा केंद्र का दौरा किया, जहां यह बताया गया कि उनके द्वारा प्राप्त प्रोडक्ट नकली है क्योंकि इसे कंपनी एप्पल द्वारा नहीं बनाया किया गया है।

    इस एकाउंट पर शिकायतकर्ता ने फ्लिपकार्ट के कस्टमर एक्जीक्यूटिव को फोन कर बताया कि नकली प्रोडक्ट उसे मिला है और रिफंड की भी गुहार लगाई है। हालांकि, 21 अगस्त को कंपनी ने उनके रिटर्न रिक्वेस्ट को खारिज कर दिया था। इसके बाद, उन्होंने लखनऊ पुलिस के पास एफआईआर दर्ज करने की कोशिश की। हालांकि, जब उनके सभी प्रयास विफल हो गए, तो उन्होंने सीजेएम, लखनऊ के न्यायालय के समक्ष दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156 (3) के तहत वर्तमान आवेदन दिया।

    अपने आवेदन में, उन्होंने फ्लिपकार्ट और उसके प्रबंध निदेशक, कल्याण कृष्णमूर्ति के साथ-साथ इसके विक्रेताओं, हाइडटेल रिटेल सेल्स और ल्यूमिनरी लाइफस्टाइल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी के अपराध के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की।

    उनके आवेदन पर ध्यान देते हुए अदालत ने 10 अक्टूबर को, गोमती नगर एक्सटेंशन पुलिस स्टेशन, लखनऊ के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया।

    शिकायतकर्ता की ओर से एडवोकेट दिव्या सिंह पेश हुईं।


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