पोर्नोग्राफिक फिल्म रैकेट मामले में जारी LOC रद्द करवाने बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे राज कुंद्रा
Amir Ahmad
23 April 2025 11:11 AM

सेलिब्रिटी और व्यापारी राज कुंद्रा ने अपने खिलाफ जारी लुक आउट सर्कुलर (LOC) रद्द करवाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया। यह LOC उनके खिलाफ पोर्नोग्राफिक फिल्म रैकेट मामले में जारी किया गया था।
जस्टिस सारंग कोतवाल और जस्टिस श्रीराम मोडक की खंडपीठ ने मामले को उचित पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने के लिए रजिस्ट्री को निर्देश दिया।
राज कुंद्रा ने कोर्ट से यह प्रार्थना की कि 2021 से लंबित LOC को रद्द किया जाए, क्योंकि हर बार जब वह भारत से बाहर यात्रा करते हैं तो उन्हें अनावश्यक कठिनाइयों और जांच का सामना करना पड़ता है और कई घंटों तक इमिग्रेशन ऑफिस में प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
एडवोकेट प्रशांत पाटिल के माध्यम से दायर याचिका में कुंद्रा ने कहा कि गिरफ्तारी और जमानत के बाद वह अब तक करीब 20 बार विदेश यात्रा कर चुके हैं। हर बार निचली अदालत ने उन्हें यात्रा की अनुमति दी है। साथ ही उन्होंने कोर्ट द्वारा लगाई गई सभी शर्तों का पालन किया है।
याचिका में कहा गया,
"कोर्ट के आदेशों के बावजूद, हर बार LOC के कारण जांच और देरी होती है।"
कुंद्रा की याचिका में यह भी कहा गया कि उन्हें CrPC की धारा 41A के तहत नोटिस का जवाब देने के दौरान ही गिरफ्तार किया गया। वह जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। वह कभी फरार नहीं हुए।
याचिका में आगे कहा गया,
"याचिकाकर्ता ने कोर्ट के आदेश के तहत विभिन्न देशों की यात्रा की और एक भी शर्त का उल्लंघन नहीं किया। जांच 2021 में शुरू हुई थी और अब 4 साल बीत चुके हैं। ऐसे में LOC को बनाए रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।"
राज कुंद्रा समेत अन्य सहआरोपियों पर IPC की धारा 354(C) (झांकना), 292 (अश्लील सामग्री की बिक्री), 420 (धोखाधड़ी) तथा आईटी अधिनियम की धारा 67, 67A (यौन रूप से स्पष्ट सामग्री का प्रसारण) और महिला अश्लील प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम के तहत मामला दर्ज है।
मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने कुंद्रा को मुख्य साजिशकर्ता बताया। जांच में सामने आया कि उनकी कंपनी के विदेशी लेन-देन हुए, जिसमें लंदन से अश्लील सामग्री अपलोड करने वाली कंपनी शामिल है। पुलिस का दावा है कि कुंद्रा के पास एक ऐप था, जिसका नाम हॉटशॉट था। उस ऐप पर अश्लील कंटेंट बनाया जाता था। बाद में यह ऐप यूके स्थित आरोपी प्रदीप बख्शी को बेच दी गई, जो कथित तौर पर कुंद्रा का रिश्तेदार है। हालांकि कुंद्रा अब भी नियंत्रण में है।
पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी संघर्षरत मॉडल्स और एक्ट्रेस को फंसाते थे। आरोपी मॉडल गहना वशिष्ठ इन वीडियो की निर्देशक थीं और एक अन्य आरोपी उमेश कामत जो कुंद्रा के लिए काम करता था, उसको भी गिरफ्तार किया गया।
आरोपों के अनुसार कुंद्रा ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें वह ऐप की कमाई की निगरानी करते थे और अन्य आरोपियों को राजस्व बढ़ाने के निर्देश देते थे।
अभियोजन पक्ष ने बताया कि यह ऐप गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया।