एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने भाई, पूर्व पत्नी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया, 100 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा
Sharafat
26 March 2023 3:28 PM IST
अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में मान हानि का मुकदमा दायर करके 100 करोड़ रुपये के हर्जाने का दावा किया है। नवाज़ ने मानहानि और उत्पीड़न के आरोप में उनके भाई शमसुद्दीन और उनकी पूर्व पत्नी अंजना पांडे के खिलाफ 100 करोड़ रुपये के हर्जाने के लिए मुकदमा दायर किया है।
मामले की सुनवाई 30 मार्च को जस्टिस रियाज छागला की बेंच करेगी।
वाद के अनुसार सिद्दीकी ने अपने छोटे भाई को 2008 में उसकी बेरोजगारी के कारण मैनेजर के रूप में नियुक्त किया था। ऑडिटिंग, इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना, जीएसटी का भुगतान आदि का काम भी शमसुद्दीन के पास था।
याचिका के मुताबिक सिद्दीकी ने काम के लिए अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड, साइ की हुई चेक बुक, बैंक पासवर्ड, ईमेल आईडी आदि शम्सुद्दीन को दिए और उन्होंने अपने काम (अभिनय) पर ध्यान केंद्रित किया।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि शम्सुद्दीन ने सिद्दीकी को धोखा देना देना शुरू कर दिया। याचिका के मुताबिक, शम्सुद्दीन संयुक्त रूप से संपत्ति खरीदी, लेकिन सिद्दीकी को बताया कि संपत्ति उसके नाम पर खरीदी जा रही है।
सिद्दीकी ने अपनी याचिका में कहा कि संपत्तियों में यारी रोड में एक फ्लैट और एक अर्ध-वाणिज्यिक संपत्ति, बुलढाणा में एक जगह, शाहपुर में एक फार्महाउस, दुबई में एक संपत्ति और रेंज रोवर्स, बीएमडब्ल्यू, डुकाटी, आदि सहित 14 वाहन शामिल हैं।
याचिका के अनुसार, जब पूछताछ की गई तो शम्सुद्दीन ने सिद्दीकी की पूर्व पत्नी को उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने के लिए उकसाया। याचिका में यह भी दावा किया गया है कि अंजना पांडे ने किसी और से शादी करने के बावजूद अपनी शादी से पहले खुद को अविवाहित मुस्लिम के रूप में पेश किया।
सिद्दीकी ने दावा किया कि शम्सुद्दीन और पांडे ने 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है। इसके अलावा, उनके मैनेजर के रूप में शमसुद्दीन की सिद्दीकी की कई बैठकों तक पहुंच थी और उसने बातचीत की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की।
सिद्दीकी के मैनेजर के रूप में शम्सुद्दीन की सर्विस सिद्दीकी द्वारा 2020 में बंद कर दी गई थी। उसके बाद, सिद्दीकी का दावा है कि उन्हें आयकर, जीएसटी और अन्य सरकारी विभागों से 37 करोड़ रुपये के बकाया भुगतान के लिए कानूनी नोटिस प्राप्त हुए। ।
याचिका में दावा किया गया है कि जब उसने अपनी संपत्ति वापस मांगी तो शम्सुद्दीन और पांडे ने सिद्दीकी को "चीप वीडियो" और सोशल मीडिया पर टिप्पणियों के साथ ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। याचिका में दावा किया गया कि शमसुद्दीन ने अपने अन्य भाइयों को भी ऐसा करने के लिए कहा।
सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि पांडे ने रुपये का इस्तेमाल किया। उन्होंने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए प्रति माह 10 लाख रुपये दिए और 2.5 करोड़ रुपे उन्होंने उसके एक प्रोडक्शन हाउस शुरू करने के लिए दिए।
याचिका में कहा गया है कि शम्सुद्दीन और पांडे द्वारा किए गए झूठे वीडियो और पोस्ट के कारण सिद्दीकी की आने वाली फिल्मों को स्थगित कर दिया गया है। सिद्दीकी ने आगे दावा किया है कि पोस्ट और आर्टिकल इतने मानहानिकारक हैं कि उन्हें सामाजिक समारोहों में भाग लेने और सार्वजनिक रूप से बाहर जाने में बहुत शर्म आती है।
इसलिए, सिद्दीकी ने शम्सुद्दीन और पांडे को बदनाम करने और उनके सोशल मीडिया पर मानहानिकारक सामग्री प्रकाशित करने से रोकने के लिए एक स्थायी निषेधाज्ञा मांगी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर उनके द्वारा किए गए मानहानिकारक पोस्ट को हटाने के साथ-साथ एक लिखित सार्वजनिक माफी भी मांगने के निर्देश देने के लिए कहा है।
सिद्दीकी ने उन लोगों का भी खुलासा करने की मांग की है, जिनसे शम्सुद्दीन और पांडे ने उनके बारे में "झूठी और दुर्भावनापूर्ण जानकारी" देने के लिए संपर्क किया था। उन्होंने प्रार्थना की है कि दोनों को अपनी संपत्ति के निपटान से रोका जाए, विशेष रूप से इस तरह से जो उनके द्वारा किए गए नुकसान की वसूली से उन्हें प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है।