हत्या एक हत्या है भले ही वो वैवाहिक विवाद के चलते हुई हो : सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी को जमानत से इनकार किया [आर्डर पढ़े]
Live Law Hindi
29 May 2019 1:05 PM IST
“हो सकता है कि याचिकाकर्ता द्वारा दिए गए तर्क के अनुसार यह अपराध वैवाहिक विवाद से संबंधित हो, लेकिन यह अप्रसांगिक है।"
"हत्या एक हत्या है, भले ही ये वैवाहिक विवाद से उत्पन्न हुई हो या अन्यथा," सुप्रीम कोर्ट ने 13 वर्ष से हिरासत में रहने वाले व्यक्ति की जमानत याचिका को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की।
पंकज उर्फ बॉबी को हत्या के एक मामले में दोषी ठहराया गया था। वह 22 मार्च, 2006 से हिरासत में है। सजा के आदेश को चुनौती देने वाली उसकी अपील वर्ष 2009 से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित है। उसकी सभी जमानत याचिकाएं (उनमें से 4) उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गईं।
सुप्रीम कोर्ट के सामने यह तर्क दिया गया था कि ये अपराध वैवाहिक विवाद से संबंधित है। इस विवाद से प्रभावित होकर न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने कहा: "हो सकता है कि यह अपराध वैवाहिक विवाद से संबंधित हो, जैसा कि याचिकाकर्ता द्वारा माना गया है, लेकिन यह अप्रासंगिक है। हत्या एक हत्या है चाहे वह वैवाहिक विवाद से उत्पन्न हुई हो या अन्यथा।"
हालांकि अपील के लंबे समय से लंबित रहने पर ध्यान देते हुए पीठ ने उच्च न्यायालय से आग्रह किया कि वह 3 महीने के भीतर अपील को सुने और उसका निपटारा करे। अगर अपील को 3 महीने के भीतर निपटाया नहीं जा सकता तो उच्च न्यायालय याचिकाकर्ता को ऐसे नियमों और शर्तों पर जमानत देगा जो उसे उचित लगे।