गुजरात दंगों के मामलों में कानूनी लड़ाई लड़ने वाली जकिया जाफरी का निधन
Amir Ahmad
1 Feb 2025 2:58 PM IST

2002 के गुजरात दंगों के पीछे कथित बड़ी साजिश की जांच की मांग करते हुए केस दायर करने वाली जकिया जाफरी का अहमदाबाद में निधन हो गया।
वह कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की विधवा थीं जो 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग हाउसिंग सोसाइटी में 68 अन्य लोगों के साथ मारे गए थे।
जकिया जाफरी ने दंगों के पीछे बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए राज्य के उच्च पदाधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग करते हुए कानूनी लड़ाई लड़ी।
तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य अधिकारियों सहित 63 लोगों को SIT द्वारा दी गई क्लीन चिट के खिलाफ उनकी विरोध याचिका को मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के बाद उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने 2017 में SIT की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
जून, 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने जाफरी की याचिका खारिज की और राज्य के उच्च अधिकारियों को SIT की क्लीन चिट स्वीकार कर ली।
सुप्रीम कोर्ट ने जाफरी की सह-याचिकाकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ कुछ विवादास्पद टिप्पणियां भी कीं, जिसके तहत गुजरात पुलिस ने सबूतों के निर्माण का आरोप लगाते हुए नए दर्ज मामले में सीतलवाड़ को गिरफ्तार कर लिया। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सीतलवाड़ को जमानत दी।
जकिया जाफरी के निधन के बारे में सीतलवाड़ ने X में लिखा,
"मानवाधिकार समुदाय की एक दयालु नेता जकिया अप्पा का निधन सिर्फ 30 मिनट पहले हुआ! राष्ट्र, परिवार, मित्र और पूरी दुनिया को उनकी दूरदर्शी उपस्थिति की कमी खलेगी! तनवीरनहाई, निशरीन, दुरैयाप्पा, नाती-नातिन हम आपके साथ हैं! सुकून और राहत में विश्राम करें जकिया अप्पा!"

