सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने 'एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल' लॉन्च करने की घोषणा की

Sharafat

16 Dec 2022 1:53 PM GMT

  • सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल लॉन्च करने की घोषणा की

    भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को 'एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल' शुरू करने की घोषणा की।

    सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने आज कोर्ट की सुनवाई करते हुए कहा-'एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल' एक ऑनलाइन पोर्टल है, जिसके माध्यम से एडवोकेट अपनी उपस्थिति रिकॉर्ड कर सकते हैं। ऑनलाइन पोर्टल उपस्थिति स्लिप की मैन्युअल फाइलिंग को खत्म कर देगा और रजिस्ट्री को पेपरलेस बनाने की दिशा में उठाया गया एक कदम है।

    " हम पेशी मेमो की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहे हैं। वकील जो अपलोड करेंगे, वही हमें मिलेगा। कोर्ट मास्टर्स को इसे टाइप करने की आवश्यकता नहीं होगी।"

    'एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल' को कार्यवाही के रिकॉर्ड में वकीलों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए स्पीड, एक्यूरेसी और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन और विकसित किया गया है।

    इससे एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड किसी भी मामले में अपीयरेंस को प्रमाणित कर सकते हैं और उक्त पोर्टल के माध्यम से अपीयरेंस स्लिप भेजी जा सकेगी।

    अपीयरेंस स्लिप के लिए यह नई ऑनलाइन प्रक्रिया उपयोगकर्ता के अनुकूल है और अपीयरेंस स्लिप के लिए मौजूदा प्रक्रिया से एक कदम दूर है जो अब तक वकीलों के माध्यम से सीधे अदालत में या मामले के सूचीबद्ध होने के दिन ईमेल के माध्यम से प्राप्त होती थी। मौजूदा प्रक्रिया में एओआर के वैरिफिकेशन को मैन्युअल रूप से करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, सीनियर एडवोकेट और एडवोकेट के नाम भी मौजूदा प्रक्रिया के तहत कार्यवाही के रिकॉर्ड में मैन्युअल रूप से टाइप किए जाते हैं।

    एओआर अब विशेष दिन की काज़ लिस्ट में प्रदर्शित होने वाले अपने मामलों तक पहुंच पाएंगे और मामले में उपस्थिति का उल्लेख कर सकते हैं। अपीयरेंस स्लिप एडवोकेट अपीयरेंस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त की जाएगी और लॉगिन के समय, एओआर का वैरिफिकेशन वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के माध्यम से सॉफ्टवेयर द्वारा किया जाएगा। यह ऑनलाइन सुविधा भी एक पर्यावरण अनुकूल कदम है जिसके माध्यम से प्रति वर्ष लगभग 2,00,000 (दो लाख) कागज़ात की बचत होगी।

    पोर्टल 1 जनवरी, 2023 से कार्यात्मक होगा।

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