Begin typing your search above and press return to search.
ताजा खबरें

ट्रायल कोर्ट ने पी चिदंबरम को 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा

LiveLaw News Network
5 Sep 2019 1:22 PM GMT
ट्रायल कोर्ट ने पी चिदंबरम को 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा
x

दिल्ली की राउज एवेन्यू सीबीआई विशेष जज अजय कुमार कुहार ने पूर्व केंद्रीय गृह और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया है।

सीबीआई की दलील अदालत ने की स्वीकार

गुरुवार को हुई सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हे 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। कोर्ट ने सीबीआई की उस दलील को मान लिया कि इस केस की जांच को वो प्रभावित कर सकते हैं।

अंतरिम जमानत या ED हिरासत में भेजे जाने की मांग को अदालत ने किया अस्वीकार

हालांकि अदालत ने चिदंबरम की उस अर्जी को मंजूर कर लिया जिसमें जेल मे उन्होंने एक अलग सेल, चश्मा, दवा व शौचालय सुविधा की मांग की थी। सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा कि उन्हें या तो अंतरिम जमानत दी जाए या फिर ED की हिरासत में भेजा जाए। वहीं SG तुषार मेहता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यदि वो बाहर आए तो जांच को प्रभावित कर सकते हैं।

एयरसेल मैक्सिस केस में चिदंबरम को मिली राहत

कोर्ट ने चिदंबरम की हिरासत में लेने की याचिका पर ED को नोटिस जारी कर उसकी ओर से जवाब मांगा है। इस पर 12 सितंबर को सुनवाई होगी। वहीं उन्हें व उनके बेटे कार्ति को एक अन्य अदालत ने एयरसेल मैक्सिस केस में राहत देते हुए अग्रिम जमानत दे दी।

चिदंबरम पर क्या हैं आरोप

आरोप है कि वर्ष 2007 में वित्त मंत्री रहते हुए चिदंबरम ने अपने बेटे कार्ति चिदंबरम के साथ जुड़ी कंपनियों के माध्यम से मीडिया हाउस से पारस्परिक लाभ लेकर INX द्वारा लगभग 305 करोड़ रुपये के विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को मंजूरी दी थी।सीबीआई और ईडी द्वारा क्रमशः वर्ष 2017 और 2018 में मामले दर्ज किए गए थे।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने 20 अगस्त को अग्रिम जमानत के उनके आवेदन को खारिज कर दिया था। पीठ ने कहा था कि यह "मनी लॉन्ड्रिंग का क्लासिक मामला" है। चिदंबरम को कथित भ्रष्टाचार सौदे का "किंगपिन और प्रमुख साजिशकर्ता" बताया गया था। इसके बाद सीबीआई के न्यायाधीश अजय कुमार कुहार ने 22 अगस्त को सीबीआई को 4 दिनों के लिए रिमांड की अनुमति दी और कहा कि आरोप "प्रकृति में गंभीर" हैं और मामले में "विस्तृत और गहन जांच आवश्यक" है। इसके बाद उनकी हिरासत बढ़ती रही है।

Next Story