और इस तरह अनूठा रहा अयोध्या विवाद का फैसला...

LiveLaw News Network

11 Nov 2019 5:09 AM GMT

  • और इस तरह अनूठा रहा अयोध्या विवाद का फैसला...

    शनिवार को अयोध्या राम जन्मभूमि- बाबरी मस्जिद विवाद के फैसले में कई बातें अनूठी रहीं और ऐसी हुईं जो सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में कभी नहीं हुईं।

    सूत्रों के मुताबिक अयोध्या मामले में 16 अक्तूबर को फैसला सुरक्षित रखने के बाद पांच जजों के पीठ ने आपस में अपने विचार साझा कर एक ही जज को फैसला लिखने के लिए कहा था। तीन नवंबर को इसका ड्राफ्ट तैयार हो गया था और इसके बाद पीठ में शामिल मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर ने फैसले को गुरुवार को अंतिम रूप दिया।

    शुक्रवार को कानून- व्यवस्था का जायजा लेने के लिए CJI गोगोई ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब किया। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री और आईबी चीफ से भी जानकारी ली गई। इसके बाद शुक्रवार देर शाम ही ये तय किया गया कि शनिवार को फैसला दिया जाए। शनिवार को फैसला सुनाया गया और सुबह 10.20 पर ही यानी दस मिनट पहले कोर्टरूम का दरवाजा खोला गया।

    फैसला सुनाए जाने के बाद जजों ने ग्रुप फोटो के लिए पोज़ दिया जो मीडिया तक भी पहुंचा। जजमेंट में ये नहीं भी बताया गया कि फैसला किस जज ने लिखा है। इसके अलावा फैसले को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अयोध्या फैसले के नाम से विशेष तौर पर अपलोड किया गया।

    शनिवार रात को CJI ने बाकी चार जजों को दिल्ली के पंचतारा होटल में डिनर भी दिया।

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