रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद : सुप्रीम कोर्ट में नहीं हो सकी आठवें दिन की सुनवाई

LiveLaw News Network

19 Aug 2019 9:35 AM GMT

  • रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद भूमि विवाद : सुप्रीम कोर्ट में नहीं हो सकी आठवें दिन की सुनवाई

    रामजन्मभूमि- बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सोमवार को आठवें दिन की सुनवाई नहीं हो सकी। जानकारी के मुताबिक पीठ में शामिल जस्टिस एस. ए. बोबडे की तबियत अचानक खराब होने की वजह से मामले की सुनवाई टाल दी गई।

    जस्टिस बोबडे की बीमारी के चलते सुनवाई टली

    सोमवार को मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस एस. ए. बोबडे जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. अब्दुल नजीर की पीठ सुनवाई के लिए तैयारी हो चुकी थी लेकिन फिर सूचना मिली कि आज सुनवाई नहीं होगी। बाद में यह खबर आई कि जस्टिस बोबडे बीमार हो गए हैं इसलिए सुनवाई टाल दी गई है। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश की पीठ ने भी अन्य मामलों की सुनवाई नहीं की।

    शुक्रवार को हुई सुनवाई में क्या हुआ था

    गौरतलब है कि इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई के सातवें दिन राम लला विराजमान के वकील ने पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट को यह बताया था कि भारतीय पुरात्तत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) के निष्कर्षों से यह स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि विवादित स्थल पर बड़े पैमाने पर मंदिर मौजूद था और मंदिर के ऊपर ही मस्जिद बनाई गई थी।

    "ASI की खुदाई से इंगित होता है कि वहां कभी मंदिर था"

    वरिष्ठ वकील सी. एस. वैद्यनाथन ने यह तर्क दिया था कि ASI ने जो खुदाई की थी, उसमें यह कहा गया था कि यहां एक विशाल भूमिगत संरचना थी जो इंगित करती है कि वो एक मंदिर था। उन्होंने पीठ को यह बताया कि कई स्तंभों में कृष्ण, शिव तांडव, शिशु राम और मूर्तियों के चित्र प्रकट हुए जो गरुड़ के खंभों पर बने हुए हैं और यह पूरी तरह से इस्लामी प्रथाओं के विपरीत है।

    शुक्रवार को एस. वैधनाथन ने यह कहा था कि सोमवार को वो ASI की रिपोर्ट पर बहस करने के बाद वो गवाहों के बयानों पर पक्ष रखेंगे। उन्हें अभी बहस के लिए 3 से 4 घंटे का और समय चाहिए।

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