दो दिनों में प्रमाणन पर फैसला लेंगे: योगी आदित्यनाथ पर आधारित फिल्म पर CBFC ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

Amir Ahmad

17 July 2025 2:48 PM IST

  • दो दिनों में प्रमाणन पर फैसला लेंगे: योगी आदित्यनाथ पर आधारित फिल्म पर CBFC ने बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया

    केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया कि वह 'अजय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी' नामक फिल्म के निर्माताओं द्वारा प्रमाणन के लिए दायर याचिका पर दो कार्यदिवसों के भीतर फैसला करेगा।

    फिल्म के निर्माताओं ने प्रमाणन के लिए उनके आवेदन पर जल्द से जल्द फैसला लेने के निर्देश देने की मांग करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

    जस्टिस रेवती मोहिते-डेरे और जस्टिस डॉ. नीला गोखले की खंडपीठ ने CBFC के सीनियर वकील अभय खांडेपारकर का बयान दर्ज किया कि वे दो कार्यदिवसों के भीतर आवेदन पर फैसला लेंगे और गुण-दोष पर कोई टिप्पणी किए बिना मामले को बंद कर दिया।

    जजों ने अपने आदेश में कहा,

    "अब विचार के लिए कुछ भी शेष नहीं है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि CBFC द्वारा लिए गए निर्णय की सूचना उसी दिन याचिकाकर्ताओं को देनी होगी। हम स्पष्ट करते हैं कि हमने मामले के गुण-दोष पर कोई टिप्पणी नहीं की।"

    गौरतलब है कि यह फिल्म शांतनु गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक 'द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर' से प्रेरित है, जो कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित है।

    याचिकाकर्ताओं ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला है कि CBFC ने एक 'निराधार' मांग की, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लाने की है।

    याचिका में कहा गया,

    "याचिकाकर्ता CBFC द्वारा उत्तर प्रदेश के सीएमओ से एनओसी की गलत असंगत और निराधार मांग से और भी व्यथित है, जबकि सिनेमैटोग्राफ अधिनियम या उसके तहत बनाए गए नियमों के तहत ऐसी कोई आवश्यकता मौजूद नहीं है। यह ध्यान देने योग्य है कि ऐसी गलत आवश्यकता/अनुरोध न केवल याचिकाकर्ता के पेशेवर हितों के लिए बेहद हानिकारक है बल्कि उसके वित्तीय हितों के लिए भी हानिकारक है।"

    याचिकाकर्ताओं ने कहा कि CBFC द्वारा CMO कार्यालय से NOC प्राप्त करने के लिए रखी गई यह (एNOC की मांग) अतार्किक, अनुचित और अवैध मांग कुछ और नहीं बल्कि चलचित्र अजेय की रिलीज़ में देरी करने की एक चाल है। वह भी तब जब यह 1 अगस्त, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है।

    याचिकाकर्ताओं ने कहा,

    "यह भी तथ्य और अभिलेखीय तथ्य है कि जिस पुस्तक से चलचित्र अजेय की मूल प्रेरणा मिलती है। उसे उत्तर प्रदेश के सीएमओ द्वारा आधिकारिक रूप से अनुमोदित किया गया। यह आधिकारिक मान्यता लेखक के नेक इरादों और प्रमुख समकालीन राजनीतिक व्यक्ति के जीवन और सार्वजनिक नेतृत्व के सत्य, सम्मानजनक और प्रेरक चित्रण का स्पष्ट प्रमाण है। यह प्रस्तुत किया गया कि फिल्म का उद्देश्य न केवल एक नेता की सार्वजनिक सेवा में यात्रा को चित्रित करना है बल्कि तथ्य और सत्यनिष्ठा पर आधारित कथा के माध्यम से राष्ट्र के युवाओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करना भी है।”

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