पेश होने वाले वकील करें सहायता तो बढ़ सकती है फैसलों की गुणवत्ता-न्यायूर्ति सिकरी

LiveLaw News Network

28 March 2017 1:06 PM IST

  • पेश होने वाले वकील करें सहायता तो बढ़ सकती है फैसलों की गुणवत्ता-न्यायूर्ति सिकरी

    लॅलोयड लाॅ कालेज,मेनन इंस्ट्टियूट आॅफ लीगल एडवोकेसी(एमआईएलएटी) और साउथ एशियन एसोसिएशन फाॅर रीजनल को-ओपरेशन इन लाॅ(एसएएआरसी लाॅ) ने मिलकर दूसरी प्रोफेसर एन आर माधवा मेनन सार्क मूटिंग कंपीटीशन एंड लाॅ स्टूडेंट कांफ्रेंस का आयोजन किया। इस कांफ्रेंस का आयोजन 10 फरवरी से 12 फरवरी 2017 तक किया गया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ए के सिकरी इस समारोह में मुख्य अतिथि थे और श्रीलंका सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के टी चित्राश्री समारोह में गेस्ट आॅफ आॅनर के तौर पर शामिल हुए।

    समारोह के पहले दिन प्रतियोगियों को रजिस्ट्रेशन के बाद उनकी प्रतियोगिताओं के बारे में बताया गया। दूसरे दिन पहला,दूसरा राउंड व क्वार्टर फाइनल का आयोजन हुआ। तीसरे दिन सेमी-फाइनल व फाइनल राउंड होना था। इस प्रतियोगिता का नाम फादर आॅफ माडर्न लीगल एजुकेशन इन इंडिया के नाम से प्रसिद्ध प्रोफेसर एन आर माधवा मेनन के नाम पर रखा गया है,जिन्होंने लीगल एजुकेशन एंड प्रोफेशनल डेवलपमेंट के क्षेत्र में अपने विजन को सार्क देशों तक फैलाया।

    इस प्रतियोगिता में कुल बारह टीम थी,जिनमें से एक बांग्लादेश,तीन नेपाल,दो श्रीलंका व पांच भारत की थी। जिनमें से दो टीम फाइनल राउंड में पहुंची। कुल 25 पेपर प्रेजेंटेंशन प्रस्तुत की गई,जो ’जस्टिस टू दा इंडिजेनस पिपुल’ नामक विषय पर आधारित थी। भारत व नेपाल की एक-एक टीम फाइनल में पहुंची। इस प्रतियोगिया का शास्त्रा यूनिवर्सिटी,इंडिया की टीम ने जीता और काठमांडू स्कूल आॅफ लाॅ,नेपाल की टीम उप विजेता रही। पेपर प्रेजेंटेंशन में पहले तीन स्थान पर आने वालों को भी अवार्ड दिया गया।

    न्यायूर्ति सिकरी ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए उनको बधाई दी और मूटिंग से वकीलों की योग्यता,प्रोफशनल एथिक्स,कानून की जानकारी आदि बढ़ती है और उनको समय का सदुपयोग भी सीखाती है।उन्होंने कहा कि वह इस बात से खुश है कि युवा वकील ज्यूडिशियरी सर्विस में आ रहे हैं। एक मूटर की तरह सीखने के बारे में बोलते हुए न्यायमूर्ति सिकरी ने कहा कि अगर वकील अच्छी सहायता करें तो फैसलों की गुणवत्ता बढ़ सकती है। श्रीलंका सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति केटी चित्राश्री ने सभी विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने श्रीलंका में मौजूद मूलनिवासी व अपने देश की परिस्थितियों के बारे में भी बताया।

    कांफ्रेंस के अंत में सभी विजेताओं के नामों की घोषणा की गई,जो इस प्रकार है।

    सेकेंड बेस्ट मैमोरियल-काठमांड स्कूल आॅफ लाॅ,फस्टे बेस्ट मैमोरियल-गुजरात नेशनल लाॅ यूनिवर्सिटी,बेस्ट ओरलिस्ट मेल-वी जोशी (सिम्बाशियस लाॅ स्कूल,पूने),बेस्ट ओरलिस्ट फीमेल-वर्षा गुलाया(जामिया मिलिया इस्लामिया,नई दिल्ली),तीसरा बेस्ट पेपर-यामिना रिजवी(जामिया मिलिया इस्लामिया,नई दिल्ली),दूसरा बेस्ट पेपर-थारिका हेवाजे(यूनिवर्सिटी आॅफ कोलोंबो),पहला बेस्ट पेपर-जोया जुनैद(जामिया मिलिया इस्लामिया,नई दिल्ली)।

    एसआइएलएफ के अध्यक्ष ललित भसीन ने उन दो छात्रों के नाम भी घोषित किए,जिनको स्काॅलरशीप दी गई है। इनमें एक लड़का व लड़की शामिल हैं,जिनको यूएसए के पेनन स्टेट यूनिवर्सिटी में लाॅ की पढ़ाई के लिए यह स्काॅलरशीप दी गई है। इन छात्रों में किरण एम(शास्त्रा यूनिवर्सिटी,थानजावयूर,तमिलना डू) व इकाकश्रा महाजन(सिम्बाशियस लाॅ स्कूल,पूने) शामिल है।

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