CJI के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप : शिकायतकर्ता दूसरी बार जांच पैनल के समक्ष पेश हुई, अगली सुनवाई आज
Live Law Hindi
30 April 2019 12:04 PM IST
भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मी सोमवार को दूसरी बार इन-हाउस पूछताछ पैनल के सामने पेश हुई और उन्होंने करीब 3 घंटे तक अपना बयान रिकार्ड कराया। पैनल इस जांच को मंगलवार को भी जारी रखेगा। इससे पहले शुक्रवार को भी पीड़ित महिला इस पैनल के सामने पेश हुई थी।
पीड़ित महिला हुई पैनल के सामने पेश
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि बीते शुक्रवार को जस्टिस एस. ए. बोबडे की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय पैनल ने सुप्रीम कोर्ट से बाहर पहली इन-चैंबर सुनवाई आयोजित की जिसमें उक्त महिला के अलावा सुप्रीम कोर्ट के सेकेट्री जनरल भी पहुंचे थे।
आधिकारिक सूत्र ने कहा कि जस्टिस बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी के समक्ष सेकेट्री जनरल ने तमाम दस्तावेजों और सामग्रियों को रखा। हालांकि वो मामले की सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं थे।
इस दौरान करीब 2 घंटे तक महिला का बयान रिकार्ड किया गया। यहां तक कि उनके साथ मौजूद महिला वकील को भी इस कार्रवाही से बाहर रखा गया। सूत्र ने यह भी कहा कि कार्यवाही लगभग 3 घंटे तक चली। ये दोपहर 12.30 बजे शुरू हुई, जो दिन में लगभग 3.30 बजे तक चली।
महिला कर्मी ने यह भी कहा था कि 20 अप्रैल को जिस दिन उसका हलफनामा सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को भेजा गया था, उस दिन हैदराबाद में बोलते हुए जस्टिस रमना ने उसके आरोपों को खारिज कर दिया था। गुरुवार को जस्टिस रमना ने खुद को पैनल से अलग कर लिया था।
अपने हलफनामे में महिला ने कथित रूप से उत्पीड़न की 2 घटनाओं का वर्णन किया है, जब जस्टिस गोगोई को पिछले साल अक्टूबर में CJI नियुक्त किया गया। महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने CJI की "यौन इच्छाओं" से इनकार किया तो उसे सेवा से हटा दिया गया था। उसने दावा किया कि उसके पति और रिश्तेदार, जो दोनों कांस्टेबल थे, वर्ष 2012 के एक आपराधिक मामले के चलते निलंबित कर दिए गए थे जबकि उस मामले में समझौता हो चुका था।