समझिये जेनेवा कन्वेंशन के तहत प्रिजनर ऑफ़ वार की स्थिति: आखिर क्या हैं पाकिस्तान की भारतीय पायलट के प्रति जिम्मेदारियां?

जेनेवा कन्वेंशन (या जिनेवा कन्वेंशन) हाल ही में काफी चर्चा में है। भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद के बीच कल (27 फरवरी 2019) को विदेश मंत्रालय (MEA) ने पुष्टि की कि 27 फरवरी को पाकिस्तानी विमान के साथ संघर्ष के दौरान, भारत ने अपना एक मिग 21 खो दिया और एक भारतीय वायु सेना (IAF) पायलट को पड़ोसी देश द्वारा बंदी बना लिया गया।
इस पायलट का नाम विंग कमांडर अभिनन्दन बताया जा रहा है, और कथित रूप से यह पायलट इस वक़्त भी पाकिस्तान सेना के पास मौजूद है। हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज ही अपनी पार्लियामेंट को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान कल (01 मार्च) को भारतीय पायलट अभिनंदन को रिहा करेगा। इमरान खान ने कहा कि शांति के कदम के तौर पर पायलट की रिहाई का कदम उनके द्वारा उठाया जा रहा है.
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान से यह मांग की जा रही थी कि वर्ष 1929 के जेनेवा कन्वेंशन के अनुसार भारतीय पायलट के साथ पाकिस्तान द्वारा मानवीय बर्ताव किया जाए और उन्हें जल्द से जल्द भारत वापस भेजा जाए।
जेनेवा कन्वेंशन क्या है?