उत्कृष्ट ऑनलाइन शिक्षण में जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी QS IGAUGE E-LEAD प्रमाण प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय विश्वविद्यालय बना

Update: 2020-05-15 10:19 GMT

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) ई लर्निंग अर्थात ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था में इंटरनेट के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था के संचालन में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाला प्रथम भारतीय विश्वविद्यालय बन गया है।

एक विस्तृत निरीक्षण एवं समावेशी मूल्यांकन के बाद, QS IGAUGE ने अपनी रिपोर्ट में ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को विश्व स्तरीय मान्यता प्राप्त एवं उच्च शिक्षण संस्थान के रूप में प्रमाणित किया है।

यह महत्वपूर्ण प्रमाणीकरण जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को एक ऐसे अग्रणी विश्वविद्यालय की श्रेणी में रखता है, जिसके पास अकादमिक कार्यक्रमों का संचालन करने के लिए परिवर्तनकारी तकनीकी क्षमता एवं ऑनलाइन शिक्षण प्रदान करने हेतु विशिष्ट शिक्षण मंच है।

वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनने हेतु ऑनलाइन कक्षाओं और ई-लर्निंग की आवश्यकता है और यह प्रमाणीकरण सुनिश्चित करता है कि जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ऐसे असाधारण शिक्षण मापदंडों को पूरा कर रहा है और अपने छात्रों को सर्वोत्तम और आकर्षक समाधान प्रदान कर रहा है।

सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा करने वाले संस्थानों को ई लीड प्रमाण पत्र प्रदान करने एवं इसका अनावरण करने के उद्देश्य से एक आभासी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, माननीय रमेश पोखरियाल 'निशंक' मुख्य अतिथि होंगे। इस कार्यक्रम में भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) की महासचिव, प्रोफेसर (डॉ) पंकज मित्तल सम्मानीय अतिथि के रूप में भाग लेंगे।

वैश्विक रैंकिंग और रेटिंग एजेंसी QS की भारतीय शाखा QS IGAUGE ने सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक डिजिटलीकरण के लिए ई - लीड: ई-लर्निंग की स्थापना की है।

QS IGAUGE ने ऑनलाइन शिक्षण में प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं को अपनाने वाले भारतीय संस्थानों की तत्परता से जांच करने एवं उनकी कार्यप्रणाली को सर्वोत्तम बनाने के उद्देश्य से अपने उत्कृष्ट वैश्विक संसाधनों को तैनात किया है।

प्रोफेसर (डॉ) सी राज कुमार, संस्थापक कुलपति, ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने कहा कि

"मुझे खुशी है कि ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) ने QS IGAUGE से E-LEAD प्रमाण पत्र प्राप्त किया है। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि एवं मान्यता है जो ऐसे समय में आई है जब ऑनलाइन शिक्षा न केवल विश्वविद्यालयों के लिए विचार करने का एक विकल्प है, अपितु छात्रों के लक्ष्यों और आकांक्षाओं के साथ न्याय करने के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है।"

ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल शिक्षण के अवसरों में गुणवत्ता, पहुंच, समावेशिता एवं उत्कृष्टता पर जोर देने के साथ उच्च शिक्षा प्रणाली के लोकतंत्रीकरण की दिशा में योगदान करने की क्षमता है।

जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के लिए यह अंतर्राष्ट्रीय मान्यता सुनिश्चित करती है कि यहां के वर्तमान एवं भविष्य के छात्र QS IGAUGE E-LEAD प्रमाणन का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। संस्थान भी उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए ऑनलाइन कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने के लिए तैयार है।

लेकिन इस पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल तत्परता पर ध्यान केंद्रित करने के साथ हमें वर्तमान वैश्विक महामारी संकट का सामना करना पड़ रहा है और भारतीय विश्वविद्यालयों को मिश्रित शिक्षा मचों के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण रूप से सशक्त होने की आवश्यकता है। यह शिक्षा व्यवस्था के पारिस्थितिक तंत्रों को सीखने में लचीलेपन, नवाचार, स्वतंत्रता और अनुकूलन को बढ़ावा देगा। यह भी तय है कोविड -19 के दौरान एवं उसके पश्चात भी ऑनलाइन शिक्षण शिक्षा व्यवस्था का भविष्य होने जा रहा है।

डॉक्टर अश्विन फर्नांडिस, (क्षेत्रीय निदेशक - दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका, क्यूएस क्वाकरेलेली साइमंड्स एवं सीईओ, क्यूएस-ईआरए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) ने बताया कि

"उच्च शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा कार्यप्रणाली, आंकड़ा संकलन और सत्यापन, परीक्षण प्रक्रिया, गुणवत्ता की जांच और वितरण तंत्र की गहन समीक्षा की गई है।"

QS के द्वारा भविष्य में देश भर के विश्विद्यालयों एवं कॉलेजों में ऑनलाइन शिक्षण की तैयारी मापने की योजना है।

Similar News