भारत के मुख्य न्यायाधीश के नाम पूर्व जजों का खुला पत्र

LiveLaw News Network

15 Jan 2018 11:15 AM GMT

  • भारत के मुख्य न्यायाधीश के नाम पूर्व जजों का खुला पत्र

    सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश और बॉम्बे, मद्रास और दिल्ली हाई कोर्ट के तीन पूर्व न्यायाधीशों ने सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों के मीडिया से बात करने के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने को लेकर देश के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश को 14 जनवरी को एक खुला पत्र लिखा.

    प्रिय मुख्य न्यायाधीश,

    सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ अवर जजों ने सुप्रीम कोर्ट में विभिन्न बेंचों को जिस तरह से मामलों का आवंटन होता है विशेषकर संवेदनशील मामलों का आवंटन, उसको लेकर एक गंभीर मुद्दा उठाया है। उन्होंने गंभीर चिंता जताई है कि मामलों का आवंटन उचित तरीके से नहीं होता है और ये मनमाने ढंग से किसी विशेष बेंच को सुनवाई के लिए दे दिए जाते हैं और अमूमन इसकी अध्यक्षता कनिष्ठ जज कर रहे होते हैं। इसका न्याय के प्रशासन और क़ानून के शासन पर नुकसानदायक प्रभाव पड़ रहा है।

    हम उन चार जजों से सहमत हैं कि यद्यपि भारत का मुख्य न्यायाधीश रोस्टर का प्रमुख है और वह विभिन्न बेंच को काम सौंप सकता है पर इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा मनमाने ढंग से ऐसे किया जा सकता और संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण मामले को मुख्य न्यायाधीश के पसंद के कुछ चुनिंदा कनिष्ठ जजों को आवंटित कर दिए जाएं। इस मामले को सुलझाना आवश्यक है और बेंचो के आवंटन और मामलों के बंटवारे के बारे में स्पष्ट नियम और मानक निर्धारित किया जाना जरूरी है ताकि ऐसा तार्किक, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जा सके। इसे तत्काल किया जाना चाहिए ताकि न्यायपालिका और सुप्रीम कोर्ट में जनता के विश्वास को पुनर्स्थापित किया जा सके। हालांकि जब तक ऐसा होता है, सभी तरह के संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण लंबित मामलों को संवैधानिक पीठ के सभी पाँचों वरिष्ठतम जज निपटाएं। सिर्फ इसी तरह का कदम लोगों को यह विश्वास दिला सकता है कि सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम कर रहा है और “रोस्टर प्रमुख” के रूप में मुख्य न्यायाधीश के अधिकारों का दुरुपयोग महत्त्वपूर्ण और संवेदनशील मामलों में एक विशेष तरह का परिणाम हासिल करने के लिए नहीं किया जा रहा है। इसलिए हम इस संदर्भ में शीघ्र कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।

    हस्ताक्षर :

    न्यायमूर्ति (अवकाशप्राप्त) पीबी सावंत, पूर्व न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट

    न्यायमूर्ति (अवकाशप्राप्त) एपी शाह, पूर्व न्यायाधीश, दिल्ली हाई कोर्ट

    न्यायमूर्ति (अवकाशप्राप्त) के चंद्रू, पूर्व न्यायाधीश, मद्रास हाई कोर्ट

    न्यायमूर्ति (अवकाशप्राप्त) एच सुरेश, पूर्व न्यायाधीश, बॉम्बे हाई कोर्ट

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